1 नवंबर 1956 की पृथक मध्यप्रदेश की स्थापना के समय से मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग संयुक्त रूप से कृषि विभाग की एक इकाई के रूप मे कार्य प्रारंभ किया । वर्ष 1964 मे स्वतंत्र रूप से मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग की शुरूआत हुई तब से निरंतर विभाग मत्स्योत्पादन एवं प्रदेश के मत्स्य व्यवसाय से जुडे वर्ग के विकास हेतु कार्यरत है ।
मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग प्रदेश मे मत्स्य विकास और संरक्षण के लिये उत्तरदायी है जिस हेतु विभाग उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से सतत प्रयासरत है ।
विभाग का नियंत्रण प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग के अंतर्गत मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग एवं म.प्र. मत्स्य महासंघ (सह.) मर्यादित, भोपाल कार्यरत है ।
विभाग से सम्बंधित अन्य सामान्य जानकारी
मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग हेतु विभागाध्यक्ष कार्यालय जो कि संचालक मत्स्योद्योग मध्यप्रदेश, मत्स्य प्रक्षेत्र, भदभदा रोड भोपाल में कार्यरत है तथा संभाग स्तर पर संयुक्त संचालक मत्स्योद्योग एवं उपसंचालक मत्स्योद्योग स्तर के कार्यालय संचालित है ।
प्रत्येक जिले में सहायक संचालक मत्स्योद्योग मध्यप्रदेश का कार्यालय संचालित है इसके अतिरिक्त कुछ राज्य स्तरीय इकाई के कार्यालय निम्नानुसार संचालित है -
- उपसंचालक मत्स्योद्योग, मत्स्य बीज प्रक्षेत्र, पौण्डी मैहर जिला सतना
- अनुसंधान अधिकारी, मत्स्य बीज प्रक्षेत्र, पातरा जिला भोपाल
- मत्स्यालय अधिकारी, महामहिम राजभवन के सामने, भोपाल
- उपसंचालक मत्स्योद्योग, प्रशिक्ष्ाण संस्थान नौगॉव जिला छतरपुर